मॉनसून के सीजन में गरमा-गरम चाय और पकौड़े का मजा अलग ही होता है। बाहर बारिश हो रही हो और आप सुकुन से घर में चाय के साथ पकौड़े का आनन्द ले रहे हैं। मॉनसून सीजन में जितना ज्यादा मन हमारा चटपटा खाने का करता है उससे कहीं ज्यादा सर्तकता हमें खाने के मामले में बरतनी चाहिए, क्योंकि ऐसे मौसम में खाने के स्वाद के साथ बीमारियों का खतरा भी काफी बढ़ जाता है। अपने इस लेख में हम आपको बताएंगे कि मानसून के मौसम में आपको क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए।
बरसात के मौसम में किन चीजों का करें सेवन
मॉनसून आने के साथ हमारे शरीर के आहार में परिवर्तन होता है। इस मौसम में स्वस्थ रहने के लिए पोषक खाद्य पदार्थों का सेवन करना बेहद महत्वपूर्ण है। आइए कुछ पौष्टिक आहारों के बारे में जान लेते हैं।
फल और सब्जियां रखेगी बीमारियों से दूर
मॉनसून में फल और सब्जियां खाना बेहद महत्वपूर्ण है। ये पौष्टिक खाद्य पदार्थ आपको विटामिन (vitamin), मिनरल (mineral) और फाइबर ( fiber) प्रदान करते हैं, जो आपके शरीर के लिए आवश्यक हैं। मॉनसून में आप ताजे आम, जामुन, लीची, केला, अदरक, पालक, टमाटर, गाजर, फूलगोभी और बैंगन जैसे फलों और सब्जियां को अपने खाने में शामिल कर सकते हैं। इनका नियमित सेवन करने से आपके इम्यून सिस्टम को मजबूती मिलेगी और आप फ्रेश फील करेंगे।
दालें और प्रोटीन आहार में करें शामिल
मॉनसून में दालें और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना शरीर के लिए लाभकारी माना जाता है। मूंग दाल, चना, मसूर दाल, तुअर दाल, सोयाबीन, पनीर, दही और मटर जैसी चीजों को आप अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। अगर आप अंडा खाते हैं, तो वो भी आप अपने आहार में शामिल कर सकते है। इनमें मौजूद प्रोटीन (protein ), विटामिन (vitamins) और खनिज यानि मिनरल (minerals) से आपका शरीर मजबूत होता है और ये मॉनसून में होने वाली बीमारियों से भी लड़ने की ताकत देता है।
पानी का करें खूब सेवन
मॉनसून में बाहर चाहें जितना भी पानी बरस रहा हो, लेकिन आपको ठीक-ठाक मात्रा में पानी का सेवन बरकरार रखना है। जी हां, मॉनसून में भी पानी का सेवन बेहद जरूरी है। बारिश के मौसम में शरीर में से पानी आराम से बह जाता है और ऐसी स्थिति में शरीर को ताजगी और ऊर्जा (energy) की आवश्यकता होती है। रोजाना करीब 8 से 10 ग्लास पानी पीने से आपका शरीर स्वस्थ रहेगा और इसके साथ ही आपकी पेट से जुड़ी समस्याएं भी दूर रहेंगी।
काढ़ा रखेगा संक्रमण से दूर
बरसात के मौसम में काढ़ा का सेवन बेहद अच्छा माना जाता है। काढ़ा एक हर्बल (herbal) पेय है, जिसमें कई सारे मसालों और जड़ी-बूटियों को काफी देर तक पानी में उबाल कर तैयार किया जाता है। काढ़े का नियमित रूप से सेवन करने से आप संक्रमण से काफी हद तक निजात पा सकते है।
मॉनसून सीजन में किन चीजों का कम करें सेवन
मॉनसून में शरीर की आवश्यकताओं और खाद्य पदार्थों में भी बदलाव होता है। कुछ खाद्य पदार्थों को ऐसे मौसम में नहीं खाना चाहिए, ताकि हम स्वस्थ रह सकें। आइए जानते हैं कि बरसात के मौसम में किन चीजों का सेवन करने से बचने की आवश्यकता है।
भारी भोजन पड़ेगा भारी
मॉनसून में स्थूल यानी जिस खाद्य पदार्थ में फैट(Fat) की मात्रा अधिक होती है, उसका सेवन करने से बचें। तले हुए और अधिक मसालेदार खाद्य पदार्थों का सेवन वजन बढ़ा सकता है और पाचन तंत्र को बोझ दे सकता है। जिससे आपको बीमारियां भी जकड़ सकती है।
फास्ट फूड का प्रेम पड़ सकता है भारी
आज के समय में अधिकतर लोग बाहर का खाना अधिक पसंद करते हैं। कई लोगों को अपने काम से छुकारा नहीं मिल पाता है, तो वे फटाक से फास्ट फूड ऑर्डर कर लेते हैं। वैसे तो फास्ट फूड हमेशा ही हमारे शरीर के लिए अच्छा नहीं है, लेकिन बरसात के मौसम में ये ज्यादा हानिकारक साबित हो सकता है। तले हुए खाद्य पदार्थों का सेवन पाचन तंत्र को बोझ देता है और पेट की समस्याओं को बढ़ा सकता है।
बारिश के पानी से न धोएं फल और सब्जियां
मॉनसून में बारिश के पानी में धोए गए फल और सब्जियां क नहीं खाना चाहिए। ये पानी कीटाणु और कीटनाशकों से प्रभावित हो सकते हैं, जो स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। फल और सब्जियां को साफ पानी से धोना ही ठीक होता है ।
आचार, चटनी और प्रीसर्व्ड फूड
मॉनसून में आचार, चटनी, और प्रीसर्व्ड फूड का सेवन कम करें। इनमें प्रेसर्वेटिव्स और उच्च मात्रा में नमक होता है, जो पाचन क्रिया को प्रभावित कर सकते हैं। इनके बजाय ताजा और स्वादिष्ट फल व सब्जियां खाएं।
ठंडी चीजों से रहें दूर
मॉनसून में ठंडी चीजें खाने से बचें। इसमें मुख्य रूप से आइसक्रीम, बर्फी और गेलाटो जैसी चीजें शामिल हैं। ये शरीर में पाचन क्रिया को धीमी कर सकती हैं और पेट को जरूरत से ज्यादा ठंडक प्रदान कर सकती हैं, जो आपके स्वास्थय के लिए हानिकारक हो सकता है।
Disclaimer:
इस लेख में साझा करी गई जानकारियां, तरीकें , दावाएं एवं नुस्खे केवल सुझाव के लिए है । नारी मंच इनकी कतई पुष्टि नहीं करता है। ऐसे सुझावों, दवाओं ,तरीकों या फिर नुस्खों को अपनाने से पहले संबंधित डॉक्टर या फिर विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें ।