यह कोई काल्पनिक कहानी अथवा किस्सा नहीं है बल्कि एक हकीकत है। मात्र 20 वर्ष की उम्र में MBBS की छात्रा शिवरंजनी तिवारी बाबा बागेश्वर धाम वाले युवा संत धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री से शादी करने के लिए उतावली हैं। बाबा से शादी करने की इच्छा मन में लेकर शिवरंजनी पदयात्रा कर रही हैं। गंगोत्री धाम से शुरू हुई अनेक शहरों से होती हुई शिवरंजनी की पदयात्रा बाबा बागेश्वर धाम वाले शहर छतरपुर पहुंच चुकी है। छतरपुर पहुंचकर उनकी तबियत खराब हो गई है। अभी वें अपने एक रिश्तेदार के घर विश्राम कर रही हैं। शिवरंजनी का दावा है कि उन्होंने बाबा बागेश्वर धाम वाले संत धीरेन्द्र शास्त्री को अपने पति के रूप में पसंद कर लिया है। वें उन्हें अपना प्राणनाथ कहती हैं और उन्हीं से शादी करना चाहती हैं।
कौन हैं शिवरंजनी ?
पहले ठीक से जान लेते हैं कि बाबा बागेश्वर धाम की दीवानी शिवरंजनी आखिर हैं कौन ? मध्य प्रदेश के एक कारोबार की पुत्री हैं। अपने परिवार की डिटेल उन्होंने सीक्रेट रखी है। शिवरंजनी तिवारी की उम्र लगभग 20 वर्ष है। वें डाक्टर बनने के लिए एमबीबीएस (MBBS) की पढ़ाई कर रही हैं। इन दिनों शिवरंजनी देश भर में चर्चा का विषय बनी हुई हैं। चर्चा का कारण यह है कि यह लड़की बाबा बागेश्वर धाम वाले चर्चित युवा संत धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री से विवाह करना चाहती हैं। उनसे विवाह का संकल्प लेकर शिवरंजनी ने उत्तराखंड में स्थित प्रसिद्ध तीर्थस्थल गंगोत्री धाम से मध्य प्रदेश के छतरपुर शहर तक पदयात्रा की है। छतरपुर में ही बाबा बागेश्वर धाम का आश्रम है।
बाबा को बताती हैं प्राणानाथ
शिवरंजनी तिवारी बाबा बागेश्वर धाम के मुख्य संत धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री को अपना प्राणनाथ बताती हैं। शिवरंजनी की हार्दिक इच्छा है कि धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री उनसे शादी कर लें। इस विषय में अभी तक धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। शिवरंजनी पदयात्रा करते हुए बाबा बागेश्वर धाम के आश्रम वाले शहर छतरपुर में पहुंच चुकी हैं। छतरपुर पहुंचकर उनकी तबियत कुछ खराब हो गई। तबियत खराब होने पर पहले उन्हें अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल से वे छतरपुर में ही अपने एक रिश्तेदार के घर चली गई हैं। रिश्तेदार के घर में वें आराम कर रही हैं। अब सबकी निगाहें इस बात पर जीम हैं कि जब शिवरंजनी बाबा बागेश्वर धाम के दरबार में पहुंचेंगी तो क्या हो गया ? इस संबंध में हम आपको प्रत्येक अपडेट से अवगत कराते रहेंगे।